New Delhi, March 8, 2024 - Sahitya Akademi is set to host its annual Festival of Letters from March 11th to March 16th, 2024. This year marks a sig…
उम्र भर लेखन करने के बाद हम लेखकों को दारूखोरा गाली कतई सहन नहीं है — कृष्णा सोबती व्यंग्य हिंदुस्तान की राजधानी दिल्ली ज़िन्दाबाद…
HC junks plea on Akademi awards पुरस्कार वापसी याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय से ख़ारिज के. श्रीनिवासन राव, सचिव, साहित्य अकादमी (फ़ोटो: भरत…
अनुवाद ही दुनिया को जानने और दूसरी संस्कृति को समझते हुए अपनी संस्कृति के और करीब आने का जरिया है कहते हैं किसी बुद्धिजीवी से आमने-सामने ब…
मैं यशः काया की तुलना में अपनी भौतिक काया तुमको अर्पित कर सकता हूँ - कालिदास कल (18 नवम्बर 2015) त्रिवेणी कला संगम सभागार में 'युवा…
Is Sahitya Akademi President Under Pressure ? अराजकता का लाइसेंस नहीं स्वायत्ता ~ अनंत विजय साहित्य अकादमी के कार्यकारी मंडल की बैठ…
कलबुर्गी रेसोल्यूशन भारतीय संस्कृति का बहुलतावाद बाकी दुनिया के लिए अनुकरणीय - विश्वनाथ प्रसाद तिवारी प्रस्ताव साहित्य अकादे…
Kalburgi Resolution Maintain the ambience of peaceful coexistence in the societies Sahitya Akademi to Center and States Take Immed…
साहित्य अकादमी ने प्रो० कालबुर्गी की हत्या की निंदा की साहित्य अकादमी ने प्रो० कालबुर्गी की हत्या की निंदा की है और उनकी हत्या और बढ़ती असहिष…
प्रश्न अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का अपूर्व जोशी केंद्र सरकार बुद्धिजीवी समाज की एकजुटता से कम से कम यह संदेश पाने में सफल रही कि लोकतंत्र क…
पैगाम-ए-सियासत क्या कहिए… ~ प्रेम भारद्वाज वे सम्मान लौटा रहे हैं / नहीं, वे प्रतिरोध की गोलियां दाग रहे हैं... चरम निराशा की अवस…
वरिष्ठ साहित्यकार चित्रा मुद्गल जी की शब्दांकन से हुई बातचीत का हिस्सा ... प्रतिरोध की ताक़त कलम ~ चित्रा मुद्गल असहिष्णुता और असह…
अथ चालू पुरस्कार प्रकरण - दिविक रमेश वे लेखक सबसे खतरनाक हैं जो न इधर बोल रहे हैं न उधर, बस मौन हैं पर पूछता हूं कि उनसे समझदार कौन …
मीडिया तुम्हे शर्म नहीं आयी ! - भरत तिवारी मीडिया ! तुमनेे सुर्खियाँ बटोरने वाली हेडलाइन लिखी है मीडिया तुम्हे शर्म नहीं आयी? अस्सी…
क्या हम साहित्य अकादमी को कमज़ोर बना रहे हैं मृदुला गर्ग मैं वह दुविधा अपने साथी लेखकों से साझा करना चाहती हूँ, जिसने मुझे परेशान कर दिया ह…