मर्म, मुहब्बत और हमारी मानवीयता को उनकी गहरी परतों तक ले जाकर, बगैर कुछ ज़्यादा कहे, चित्त में बैठा देने वाली कहानी कैसी होनी चाहिए... बेशक यशपाल की …
आगे पढ़ें »देख तमाशा लकड़ी अंश 'काशी का अस्सी’ काशीनाथ सिंह शब्दांकन के पाठक कम मानीखेज नही हैं कि उनके मान की चिंता करो। चलते जाओ। बढ़ो। काशीनाथ सिंह …
आगे पढ़ें »Dr Shashi Tharoor interviews Anjolie Ela Menon To The Point: Anjolie Ela Menon, Contemporary Artist & Muralist In this episode, renowned form…
आगे पढ़ें »परसाई जी को पढ़ते रहना चाहिए — उनका दर्शन हमारे भीतर बना रहेगा। हरिशंकर परसाई हिंदी साहित्य में व्यंग्य के आधार स्तंभ तो हैं साथ ही, उनके व्यंग्य का …
आगे पढ़ें »समीक्षा हो सकता है कि इस मुद्दे की कोई अंतर्कथा हो, लेकिन उनकी अनुपस्थिति खलती है और यह हिदी साहित्य के लिए बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है... लमही के अमृत …
आगे पढ़ें »ABP गंगा: उत्तर प्रदेश न्यूज़ (UP न्यूज़), उत्तर प्रदेश (यूपी न्यूज़) ABP Ganga Live TV: Watch ABP Ganga Live TV for breaking news, latest headlin…
आगे पढ़ें »राष्ट्रवाद और देशभक्ति में अंतर को समझना जरूरी ~ शशि थरूर
आगे पढ़ें »चलो, जो भी हो। मगजपच्ची से फायदा? करना है, तो करना है। आम बिना गुठली के आम नहीं। साथ उसको भी चाटना पड़ता है। आम खाना है, गुठली नहीं चाटनी, कैसे चलेग…
आगे पढ़ें »और सचमुच लड़की की श्रृंगारपुरी नत्थ में जो मुस्कराहट का मोती चमक रहा था, उसका रंग झलना कोई आसान नहीं था। मैंने एक रुपया उसकी हथेली पर रखा। और जब लौट…
आगे पढ़ें »Nirmal Varma Ki Kahani 'ANDHERE ME' बूंदें आती हैं, पवेलियन की छत टप-टप करती है...और मैं समझ नहीं पाता कि मेरे गालों पर जो बूंदें हैं, वे बा…
आगे पढ़ें »Amrit Rai, the younger son of Munshi Premchand मानव मन की विसंगतियों, परतों, अंधेरों, उजियारों का जैसा ज्ञान अमृतराय को है वह अमृत राय की रचनाओं में…
आगे पढ़ें »एक हिंदी व एक अन्य भारतीय भाषा कवि को दिया जाएगा 'केदारनाथ सिंह स्मृति सम्मान' हिंदी की साहित्यिक पत्रिका ‘ साखी ’ ने कवि केदारनाथ सिंह की…
आगे पढ़ें »यदि कोई कहानी आपको उसे पढ़ते हुए लगातार अचंभित कर रही हो तो आप लेखक के बारे मे सोचा कीजिए। मोहन राकेश की 'ग्लास टैंक' पढ़ते हुए यही सोचता रहा …
आगे पढ़ें »व्यंग्य बारूद भाई की फ्रेंड रिक्वेस्ट और फुस्स प्रोफ़ाइल मलय जैन जन-जन की भांति मैं भी सुबह आंख पूरी खुलने से पहले चौखटा बही खोल बैठा हूँ और जो…
आगे पढ़ें »हिंदू कॉलेज में डॉ. दीपक सिन्हा स्मृति व्याख्यान का आयोजन
आगे पढ़ें »स्त्री विमर्श उस रोज़ प्रख्यात हिंदी व मैथिली कथाकार उषाकिरण खान जी साहित्य अकादमी के 'कथासंधि' कार्यक्रम में भाई कुमार अनुपम से बातचीत कर र…
आगे पढ़ें »नवाब शुजाउद्दौला बहादुर को शहर की दुरुस्ती का ऐसा शौक़ था कि हर सुबह-शाम सवार होकर सड़कों और मकानों का मुआयना करते। मजदूर फड़वे और कुदालें लिए हुए सा…
आगे पढ़ें »हिंदी के कुछ प्रबुद्ध पाठक असग़र वजाहत को आज का मंटो मानते हैं लेकिन उनका नया नाटक 'अरितोपोलिस' उनके विचारक और चिंतक को सामने लाता है। नाटक…
आगे पढ़ें »Kamala Das Short Story in Hindi कमला दास की, बड़े लेखक की कहानी को अनामिका अनु ने हिन्दी में पढ़ाकर बड़ा अच्छा काम किया है। कहानी पढ़ने के बाद हुआ मार्…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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