कन्हैयालाल मुंशी ने 1938 में भारतीय विद्याभवन की योजना को मूर्त रूप देने का का दायित्व मुनि जिनविजय को सौंपा। वे इसके पहले मानद निदेशक बनाए गए। वि…
आगे पढ़ें »सियार देवता का रहस्य (पार्ट २) सत्यजित रे
आगे पढ़ें »सियार देवता का रहस्य सत्यजित रे
आगे पढ़ें »विनोद कुमार शुक्ल:
आगे पढ़ें »Priya Sarukkai Chabria Poetry Translated by Dr Rekha Sethi
आगे पढ़ें »असग़र वजाहत का नाटक 'ईश्वर-अल्लाह' | Asghar Wajahat's Play 'Ishwar-Allah' ईश्वर-अल्लाह (नाटक) असग़र वजाहत
आगे पढ़ें »दिल्ली विश्वविद्यालय में शोधारत युवा रचनाकार ऋत्विक भारतीय एम.ए, एमफिल हैं। प्रस्तुत हैं वैलेंटाइन डे पर विशेष उनकी कुछ प्रेम कविताएं। ऋत्विक भारत…
आगे पढ़ें »मृदुला गर्गजी की कहानियों का संग्रह ‘सम्पूर्ण कहानियाँ’ राजकमल प्रकाशन से आया है। उसकी भूमिका में मृदुलाजी ने कहानियों, उपन्यासों की रचनाप्रक्रिया क…
आगे पढ़ें »इस बदलते जग में बस तुम्हीं तो हो जो साथ हो अटल हो तुम, अचल हो तुम न साथ मेरा छोड़ना तुम मेरे पास रहो
आगे पढ़ें »लमही का जनवरी-जून (संयुक्तांक) विशेष अंक कथाकार और एंथ्रोपॉलजिस्ट प्रबोध कुमार के व्यक्तित्व और कृतित्व पर केंद्रित हैl कुछ लोग प्रबोध कुमार के …
आगे पढ़ें »महात्मा गांधी के प्रिय भजनों में से एक ईसाई प्रार्थना ‘एबाइड विद मी’ को इस साल बीटिंग द रिट्रीट समारोह से हटा दिया गया है
आगे पढ़ें »ये मॉडल है कि पहले आपको अंधकार में रखना, फिर आपको चुनाव के समय जागरुक घोषित कर आपकी प्रतिक्रियाओं से उस अंधेरे का विस्तार करना। अभी नहीं तो बीस साल …
आगे पढ़ें »जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन अब 5 से 14 मार्च 2022 को किया जायेगा ऑन ग्राउंड प्रोग्राम का आयोजन 10 से 14 मार्च को क्लार्क्स आमेर में होगा प्…
आगे पढ़ें »युवा रचनाकार दिव्या श्री का परिपक्व होता लेखन उनकी कहानी 'प्रेम गली अति सांकरी' के माध्यम से हिन्दी साहित्य के पाठकों को एक अच्छे लेखक के आग…
आगे पढ़ें »कवि और कविता हमें सच से भागने से रोक सकते हैं? वैसे सवाल तो यह होना चाहिए, हम सच से भागते क्यों हैं? लेकिन, यह भी है कि हम उमा शंकर चौधरी की इन कवित…
आगे पढ़ें »मौत का एक दिन मुअय्यन है नींद क्यूँ रात भर नहीं आती मिर्ज़ा ग़ालिब का यह शेर बड़े दर्दनाक रूप में जयश्री रॉय की कहानी 'गुलमोहर' पर सही बैठता ह…
आगे पढ़ें »हमारी बेटियों का बचाव डिजिटल पढ़ाई में हो रहे बड़े लिंग विभाजन से भी हो डॉ शशि थरूर
आगे पढ़ें »खीसे निपोरते सरदारों को सीख देना मुझे बख़ूबी आता था। मैंने चुपचाप अपने पड़ोसी सरदार के सामने से (पता नहीं बल्ब वाले (खुशवंत सिंह) थे या बिना बल्ब वाले…
आगे पढ़ें »डॉ शशि थरूर का लेख: किसी परीकथा से भी आगे है सोनिया गांधी की जीवनकथा, जो गुजरी है बेहद दुरूह रास्तों से! सोनिया गांधी की असंभव कहानी! साभार नवजीव…
आगे पढ़ें »वरिष्ठ कहानीकार महावीर राजी की एक सुंदर कहानी 'शिनाख़्त' पढ़िए। महावीर राजी की कहानी शिनाख़्त
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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