ऐसा तो नहीं कि मर्दवादी मानसिकता से लड़ते लड़ते हम खुद उसके शिकार हो गए हैं पहले लड़कियों की ड्रेस को लेकर, फिर उसकी देह को लेकर और अब उसके लेखन…