कबिरा हम सबकी कहैं पशु योनि के तोरण द्वार विभूति नारायण राय यह समझना बड़ा दिलचस्प होगा कि इस घर वापसी का मतलब क्या है? जाति व्यवस्था की ज…
पाठक हतप्रभ रह जाता है… पाठक को समझ ही नहीं आ रहा होता कि आखिर कैसे एक-कहानी को पढ़ कर वह उस 'दुनिया' में विचरण कर आया, जो उसके अंतस में थी…
कहानी कसूर मेहरीन जाफरी ‘तुम मेरी पसंद हो और मरते दम तक रहोगी पर मां की पसंद का क्या करूं? उन्हें जींस पहनने वाली। सिर पर गागल्स चढ़ाए, हा…
कहानी पाप, तर्क और प्रायश्चित प्रज्ञा ‘‘सुनो, तुम मीनू को जानते हो?...वही जो तुम्हारे भैया के पास पढ़ती थी।’’ ‘‘ न... नहीं तो।’’ ‘…