दी और दा हिंदी में एक ऐसा ‘लिटररी स्फीयर’ बनाते हैं कि उसकी फॉर्म कुछ होती है, और कंटेंट कुछ और होता है 😂 — सुधीश पचौरी …
भीष्म साहनी, अकथ्य संवेदना का स्वामी लेखक। वाङ्चू — भीष्म साहनी छप्पर के नीचे लेटा तो उसे सहसा ही भारत की याद सताने ल…