चौं रे चम्पू सान्निध्य बनाम सहभागिता —अशोक चक्रधर —चौं रे चम्पू! उड़ौ ई फिर रह्यौ ऐ? पिछले हफ्ता कहां-कहां डोलि आयौ? —चचा, इस सप्ताह…
चौं रे चम्पू उल्लू ने सूरज पर मुकदमा किया —अशोक चक्रधर —चौं रे चम्पू! उल्लू, गधा, कुत्ता, जे गारी ऐं का? —ये प्रेमपूर्ण गालियां हैं। वैसे…