ईसा के घर इंसान मन्नू भंडारी फाटक के ठीक सामने जेल था। बरामदे में लेटी मिसेज़ शुक्ला की शून्य नज़रें जेल की ऊँची-ऊँची दीवारों पर टिकी थ…
सबसे मार्मिक प्रसंग डॉ0 नामवर सिंह के एपेन्डिसाइटिस के ऑपरेशन का था। जब वे दिल्ली आकर ‘जनयुग’ के बाद राजकमल प्रकाशन के साहित्य-सलाहकार के रूप मे…
अकेली (कहानी) ~ मन्नू भंडारी सोमा बुआ बुढ़िया है। सोमा बुआ परित्यक्ता है। सोमा बुआ अकेली है। सोमा बुआ का जवान ब…