रवीश कुमार जब कुछ कहते हैं तो कुछ, या किसी को बख़्शते नहीं हैं। एंकर नविका कुमार के कार्यक्रम में बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद …
इतना बुरा सिला श्री नरेंद्र मोदी जी की इज्ज़त बढ़ गई होती अगर, वह काशी में हुए हादसे के तुरंत बाद बनारस जाने की तत्परता दिखाते और जाने की…
नीरव मोदीजी, भारत आने से न डरें। आपकी रिश्तेदारी ही इस कमाल की है कि हाथ लगाने में हुज़ूर के हाथ कांप जाएंगे। हमारे मेहुल भाई तो यहीं हैं, उ…
पर यहां तो बिलकुल उल्टा ही हो गया, सुशासन तो बहुत दूर की बात, सरकार और मीडिया बलात्कार की व्याख्या तक करना पसंद नहीं कर रही है! मनोहर लाल खट्…
रवीश ने मोदीजी को ख़त लिखा, तो उनको सुशांत सिन्हा जी ने, तो अब मैं सुशांत सिन्हा जी को, क्योंकि जवाब तो देना होगा — भरत तिवारी स…
पाठक जब एकदम से लेखक के लिए चिंतित हो, और अपनी चिंता को संपादक के ज़रिये लेखक तक पहुंचाए, तब वह सिर्फ अपने लेखक से ही मुखातिब नहीं होता, वह उन स…
बड़े प्रतिरोध की आलोचनात्मक भाषा तो और शिष्ट और तर्कसम्मत होनी चाहिए — अनामिका घृणा और आवेग से काँपती हुई भाषा यही बताती है कि आपके बच…
!-- itemprop="image" meta itemprop="datePublished" content="2015-02-05T08:00:00+08:00"/--> मोदीजी के नाम कृ…