विपश्यना — सत्येंद्र प्रताप सिंह — संस्मरण: पार्ट 3 सुबह सबेरे उठना भी एक कठिन टास्क होता है। खासकर ऐसी स्थिति में जब आपको 3 बजे रात को सो…
विपश्यना — सत्येंद्र प्रताप सिंह — संस्मरण: पार्ट 2 आप भी गजब ही ढा रहे हैं। क्या झमाझम माहौल है। नयनाभिराम। आप हैं कि इनको फैक्टरी का मजद…
विपश्यना — सत्येंद्र प्रताप सिंह — संस्मरण हम दुखी इसलिए हैं क्योंकि हम सुखद और दुखद संवेदनाओं के प्रति जाने बगैर प्रतिक्रिया देते हैं। वि…
सत्येंद्र प्रताप सिंह बिजनेस स्टैंडर्ड के सीनियर एसोसिएट एडिटर और हिंदी संस्करण के संस्थापक संपादक भूपेश भंडारी जी का रविवार को हृदय गति…