आप इस परिदृश्य से कैसे निपटेंगे जहां युवा, शिक्षित मुस्लिम पेशेवर गूगल की शरण में और आधुनिक टीवी प्रचारकों की शरण में जाकर अपने धर्म के बारे …
Janmat Sangrah ki Raah ke Jokhim — Shekhar Gupta जनमत संग्रह की राह के जोखिम — शेखर गुप्ता बीते 17 सालों (करगिल के बाद) में पांच ऐसे उ…
‘गाइड’ के दृश्य का दोहराव क्यों? — शेखर गुप्ता यदि आपने देव आनंद की 1965 की क्लासिक फिल्म ‘गाइड’ देखी हो तो टीवी स्क्रीन पर सू…
असली नेता जानता है कि किसके लिए, कब और कहां लड़ना चाहिए - शेखर गुप्ता दुनिया का इतिहास बताता है कि सबसे सफल नेता वे हैं, जो जानते हैं क…