दीवार में रास्ता तेजेन्द्र शर्मा छोटी जान आज़मगढ़ आ रही हैं। मोहसिन को महसूस हुआ कि अब दीवार में रास्ता बनाना संभव हो सकता है। …
बहीखाता तेजेन्द्र शर्मा (शब्दांकन उपस्तिथि) कहानी: कहानी: एक बार फिर होली ! कहानी: हाथ से फिसलती ज़मीन... कहानी:मलबे की मालकिन कह…
तृतीय अन्तर्राष्ट्रीय प्रवासी साहित्य सम्मेलन - (अप्रसास) 2014 कार्यक्रम कार्यक्रम की जानकारी फेसबुक पर भी है , इस लि…
तृतीय अंतराष्ट्रीय प्रवासी साहित्य सम्मेलन, कथा यू. के. तथा डी.ए.वी. गर्ल्ज़ कॉलेज यमुना नगर के संयुक्त तत्वधान में 17-18 जनवरी को होना है। आयोजन…
(लन्दन) – “ प्रवासी हिन्दी साहित्य किसी भी तरह से मुख्यधारा के साहित्य से कमतर नहीं है। बेशक फ़िलहाल इसकी बहुत चर्चा नहीं हो रही है, मगर इस बात का …