कृष्णा सोबती जी को जन्मदिन की बधाई, उनकी लम्बी उम्र की कामना के साथ युवा कहानीकार कविता ने उनकी चर्चित कहानी 'ऐ लड़की' पर एक बड़ी टिप्पणी…
सीमा पर भी जवानों की एक ज़िन्दगी होती होगी, वो जवान चाहे भारत कर हो या पाकिस्तान का. दो पड़ोसी मुल्कों के असली पड़ोसी यही-दोनों होते हैं. राजनितिक…
वक़्त से आगे - निखा साधारण लोगों में से अपवाद थी वो। युवराज और परी की माँ – प्रतीति। हाँ अलग थी सबसे। युवराज और परी मेरे ही स्कूल मे…
असली नेता जानता है कि किसके लिए, कब और कहां लड़ना चाहिए - शेखर गुप्ता दुनिया का इतिहास बताता है कि सबसे सफल नेता वे हैं, जो जानते हैं क…
क्या अब 'जेएनयू' का मिथक टूट चुका है? — अनुज पिछले दिनों घटी 'जेएनयू' की घटना ने बहुत सारे सवालों पर सोचने को विवश कर…
फेंस के इधर और उधर - ज्ञानरंजन हमारे पड़ोस में अब मुखर्जी नहीं रहता। उसका तबादला हो गया हैं। अब जो नये आये हैं, हम से कोई वास्ता नह…