Sheeba Aslam Fehmi मौलाना तो बस शिखंडी हैं हर धर्म में मर्दों ने पितृसत्ता का एजेंडा महिलाओं को यही समझा कर फिट किया है की भगवान/ अल…
गजब नेता – मैत्रेयी पुष्पा यह दहशत कम तो नहीं और स्त्रियों का अपमान भी कम नहीं जब एक मंत्री कहता है — कुछ दिन बाद पत्नी पुरानी हो जाती ह…
आज चित्रा मुद्गल जी ने अपने जीवन के 73वें वर्ष में प्रवेश किया है. उन्हें जन्मदिन पर किस तरह बधाई दूं ? एक बेहतरीन कथाकार और उससे भी बेहतरीन इं…
वंदना ग्रोवर की कवितायें 1 . मैं क्यों दिन भर सोचती रहूँ क्यों मैं रात भर जागती रहूँ मैं क्यों थरथरा जाऊं आहट से क्यों मैं सहम जाऊं दस…
आखेट तभी होता है जब लड़की नहीं रोकती ~ सोनाली मिश्र मुझे वह होली याद है जब मैं शायद 9 बरस की रही होऊँगी। आज भी, मेरे ज़ेहन में कई बरस पहले…
कवितायेँ - दामिनी यादव स्वतंत्र लेखन, संपादन और अनुवाद के ज़रिये हिंदी से जुड़ी दामिनी यादव की कवितायेँ स्त्री के मन के भावों को बिना छुपा…