आज के समय में सच के लिए लड़ने वाले और निर्भयता से झूठों के चेहरों का पर लगी नक़ाब उतारने इन्सान विरल हैं. राजनीति, पैसा, झूठी शान आदि समाज पर इतन…
जनसत्ता संपादक श्री ओम थानवी के स्तम्भ ' अनंतर ' में अपने आंशिक जिक्र के प्रतिवाद में श्री आशुतोष कुमार ने एक लम्बा आलेख 'जनसत्ता&…
सुमन केशरी बिहार के मुज्जफरपुर में जन्मीं सुमन केशरी ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से बी.ए. करने के बाद जवाहरलाल नेहरुविश्वविद्यालय से एम. ए…
शमशेर सम्मान अनवरत का आयोजन वर्ष 2012 का शमशेर सम्मान १२ मई २०१३ , रविवार, सायं ५:३० बजे शीर्ष आलोचक डॉ. नामवर सिंह जी हिन्दी कविता के …
ओम थानवी, जनसत्ता, १७.०३.२०१३ प्रेस परिषद के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मार्कण्डेय काटजू का कहना है कि मीडिया में योग्य लोगों की कमी है। म…
हैदराबाद में बीते गुरुवार को हुए धमाकों पर स्वाभाविक ही विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लिया और संसद के दोनों सदनों में खुफिया तंत्र की नाकामी प…
नई दिल्ली, 18 फरवरी। सुपरिचित कवि और आलोचक विश्वनाथ प्रसाद तिवारी को सोमवार को यहां सर्वसम्मति से साहित्य अकादेमी का अध्यक्ष चुना गया। वे अका…
‘पथेर पांचाली’ (1955) से लेकर ‘आगंतुक’ (1991) तक सत्यजित राय ने पूरे छत्तीस वर्ष काम किया और छत्तीस फिल्में बनाईं. यानी हर साल एक फिल्म. मगर औ…