From Shakespeare, via Gulzar — Vikram Phukan In 2014, perturbed by the utter dearth of reading choices in Bengali for children who ar…
Rasiya Ko Naar Banao Ri रवीन्द्र त्रिपाठी - समीक्षा - नाटक 'लेडीज संगीत' Manglesh Dabral, Ravindra Tripathi, Naresh Saxena…
रजनी - मन्नू भंडारी (मध्यवर्गीय परिवार के फ़्लैट का एक कमरा। एक महिला रसोई में व्यस्त है। घंटी बजती है। बाई दरवाज़ा खोलती है। रजनी का प्रवेश।…
हास्य नाटिका कहाँ हो तुम परिवर्तक ? अशोक गुप्ता अशोक गुप्ता 305 हिमालय टॉवर, अहिंसा खंड 2, इंदिरापुरम, गाज़ियाबाद 201014 09871187…
एक शहर की मौत विजय कुमार सप्पत्ति पर्दा उठता है मंच पर अँधेरे के बीच एक स्पॉट लाइट पड़ती है. उस स्पॉट लाइट के केंद्र में सूत्रधार आता है …
उन लोगों ने अपने टाइटैनिक का कितना ढिंढोरा पीटा और एक हम हैं...” शनिवार 8 फरवरी की शाम, दिल्ली के प्रसिद्ध कला केन्द्र अक्षरा थिएटर में लेखक रामू र…