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दस तक ही क्यों? —अशोक चक्रधर
यारा दस्तक देत अठारा — अशोक चक्रधर
शराब तो चूहे पी गए — अशोक चक्रधर
रचनाओं के रीमिक्स  ~ अशोक मिश्र
कन्या रत्न का दर्द - प्रेम जनमेजय | Vyangya - Kanya Ratan ka Dard - Prem Janmejay