केजरीवाल में इतना साहस रहा है कि वे ऐसे मुद्दे उठाते हैं, जिन्हें कोई और नेता छूने की हिम्मत नहीं कर सकता जैसा कहा, वैसा होकर दिखाएं केजर…
We have gathered talent from across the globe — William Dalrymple 10th edition of The Jaipur Literature Festival will take place from 19…
उन कुंठाहीन हिंदी-कर्मी द्विभाषी या त्रिभाषी बालकों और युवाओं का अभिनंदन करता हूं जो हिंदी के सारथी हैं — अशोक चक्रधर हिंदी-सेवी या हिंदी-कर…
Asshole! Too scared of the mighty politicians! Does he think I can’t see through his excuses? Just wants to kill my story, the jerk Meera…
तेरी कमीज़ मेरी कमीज़ से मैली कैसे ... हिंदी साहित्य में यही होड़ लगी हुई है, शब्दवीर साहित्य से इतर सब कुछ कर रहे हैं. एक किस्सा है — एक महिला न…
अतिथि! तुम कब जाओगे शरद जोशी तुम्हारे आने के चौथे दिन, बार-बार यह प्रश्न मेरे मन में उमड़ रहा है, तुम कब जाओगे अतिथि! तुम कब घर से न…
साहेब को सब पता है कपिल मिश्रा वाया अमित शाह ००००००००००००००००
Media ki vartman sanskritik chetna सांस्कृतिक चेतना समाज के जीवन व्यापार का आईना होती है । इसके निर्माण का केंद्र बिन्दु वह मानवीयता है…
प्रेमा झा की कवितायेँ Poems of Prema Jha १. सीप और मोती पथिक, तुम जा रहे थे गठरी में मोतियाँ बांधकर तुम्हारे जाने के दरम्यान क…
संकट के मूल में अति महत्वाकांक्षा — अपूर्व जोशी मैंने एक निजी बातचीत के दौरान अरविंद केजरीवाल को सलाह दी थी कि ‘आप’ को केवल दिल्ली की स…
We the homeless / बेघर हम Sukrita Pual Kumar / गुलज़ार सुकृता की कविता जब गुलज़ार के दिल से तर्जुमा होगी तो कैसा समां होगा... …