Jaipur Literature Festival invokes the collective energy of our brilliant authors and extraordinary and engaged audiences —Namita Gokhale …
यह तो कहो कि अभी काकी जिन्दा हैं। न होतीं तो कौन रात के अंधेरे में अपनी औरत को काका का पैर दबाने के लिए भेज देता, कोई ठिकाना है। कौन कब बूढ़े को…
कुच्ची का कानून, शिवमूर्ति की इस अविस्मरणीय कहानी का हर पाठक पर अलग और वृहत प्रभाव पड़ेगा... इसके बारे में फ़िलहाल इससे अधिक और कुछ भी नहीं कहूँगा…
ज़मीन की पगडंडियों पर चलते चलते इंसान जब लहूलुहान होता है, तब आयतें लिखीं जाती हैं। दर्द जब कतरा कतरा रिसने लगता है तो कलम से शब्द नहीं आयतें दर्…
कवितायेँ प्रेमा झा कह दो तुम तुम जो कह देते तो चाँद तक अड़गनी टांग देती दुपट्टा सितारों वाला डालकर उस पर तुम्हें सपनों क…
हम भारतीय परिवार चिमटे से पैसे को पकड़ते है और राजनीति में पैसा नहीं बल्कि समय निवेश करना पड़ता है और ऐसे में जब निवेशक एक महिला हो तो पारिवारिक द…
Ashok Vajpeyi To Get Acharya Dwivedi 'Yug Prerak' Samman रायबरेली : आचार्य महावीर प्रसाद दिवेदी राष्ट्रीय स्मारक समित…
द्रौपदी राजेश्वर वशिष्ठ के यहाँ अपनी आपबीती ख़ुद कहती हैं. द्रौपदी के कहे सच पर लिखे जा रहे उपन्यास 'याज्ञसेनी' का एक अंश प्रकाशित किया जा र…