पैरों के विरूद्ध - कुमार अवधेश
पितृसत्ता धोखा है, धक्का मारो मौका है
 कविताये नज़में - गीतिका 'वेदिका'
अट्ठाईस बरस बाद: कहानी - सुशीला शिवराण ‘शील’
लघुकथाएं - सुदेश भारद्वाज