मां ने बेटे की आंखों में अथाह दर्द को तैरते देखा ... और वह सहसा काल में तब्दील हो गई। उसके स्तनों से दूध के बजाय मौत की धारा फ़ूट पड़ी..…
- - - १ - - - गागर से सागर छलकाऊं छोटी सी एक बात बताऊँ।। ये पंछी क्या कुछ कहते है, जब सूरज पश्चिम जाता है, कहते है अब घर चलना है,…
१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा कॉ…
देश क्या छोड़ा तड़ी पार हो गए ...सुधा ओम ढींगरा सुधा जी, भारत में आपने मुख्य रूप से पत्रकार के रूप में काम किया, जबकि अमेरिका में साहित्यक…
1. गोरी गोरी बईयाँ- भजन 2. मोरी बिनती मानो कान्हा रे- भजन 3. मन की मन- ग़ज़ल 4. चेतना है तो चेत ले- भजन 5. बांगा व…
ट्यूनेशियाई मूल के फ्रेंच निदेशक अब्दुल लतीफ केचीचे की फिल्म ‘ ब्लू इज द वार्मेस्ट कलर’ को सर्वश्रेष्ठ फिल्म का ‘पाम डि ओर’ पुरस्कार दिए जाने क…
सहज सरल स्वभाव की विदुषी ज़किया जी को बचपन से ही सृजनात्मक लेखन एवं चित्रकारी में रुचि रही है। आप हिंदी, अंग्रेज़ी एवं उर्दू तीनों भाषाओं में समान…
बक्सर, बिहार के 76 वर्षीय डॉ० बच्चन पाठक 'सलिल' का लेखन उनके उपनाम सलिल की तरह पानी के समान है, किसी भी विचारधारा से अप्रभावित. 1968 मे…
कथा यू.के. की नवीनतम साझी कथा गोष्ठी (01 जून 2013) में वरिष्ठ उर्दू कहानीकार मोहसिना जीलानी ने अपनी संवेदनशील कहानी ‘ दरवाज़ा खुला रखना ’ का पाठ…