...सबसे उ़पर ‘रेप: डिस्कोर्स ऑफ पावर’ । फिर हिन्दी में चपला की लिखावट, ‘बलात्कार यानी बल से करना’ फिर कंकु की लिखावट, ‘क्या करना ।’ फिर चपला के बड़े…
प्रांजल धर को भारत भूषण अग्रवाल कविता पुरस्कार जनसत्ता में प्रकाशित उनकी रचना "कुछ भी कहना ख़तरे से खाली नहीं" निर्णायक आलोच…
प्रथम हंस कथा सम्मान (वर्ष 2012-13) के लिए कथाकार किरण सिंह का चयन किया गया. 28 अगस्त 2013 को राजधानी दिल्ली के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में उन्हे…
" लो जान, हम तुमको पकाने फिर से आ गये... " कहते हुये राहिला की कत्थई आंखें हमेशा की तरह शरीर कौंध से भरी हुई थी. मैं सुबह की चाय लेकर बाल…
औद्योगिक क्षेत्र में चाहे चीन अन्य एशियाई देशों से कहीं अधिक उन्नति कर गया हो परन्तु उसकी सामाजिक संरचना अन्य विकासशील देशों से भिन्न नहीं है। कई म…