रवीन्द्र कालिया  - दस्त़खत (दिसंबर 2013) | Ravindra Kalia - Dastakhat (Dec 2013)
हंस – एक अंजुमन जिसमे जाना था बारबार - रवींद्र त्रिपाठी | Ravindra Tripathi on Rajendra Yadav
एक हत्यारे का हलफ़नामा - प्रेम भारद्वाज
गुलज़ार : मैं नीचे चल के रहता हूं.... जनाज़ा #Gulzar
वो रात - अनामिका चक्रवर्ती | Bhopal Gas Tragedy - The Killer Survives