विचारिए साहित्यकार का अकेलापन अनंत विजय राजेन्द्र यादव की पहली पुण्य तिथि पर हुए आयोजन में तीस पैंतीस लोगों का जुटना वरिष्ठ लेखकों के प्रति …
संवाद आलोचना के जोखिम नामवर सिंह से कवि केदारनाथ सिंह की बातचीत Risks of Criticism Namvar Singh in Conversation with Poet Kedarnath S…
समीक्षा बनारसी राग दरबारी में आत्मगाथा - आकांक्षा पारे जो बातें दिल से निकलती हैं वे अक्सर मां के लिए ही होती हैं। यह उपन्यास भी ऐसा ही …
'लमही' को प्रतिष्ठित "सरस्वती पुरुस्कार" उ.प्र. हिन्दी संस्थान के वर्ष 2013 के सम्मान, 'शब्दांकन' के पाठकों के…
कहानी उत्तराधिकारी / Uttradhikari - स्वाति तिवारी / Swati Tiwari ''मरने के बाद कितना निर्विकार लगता है चेहरा?'' &…
स्वाति तिवारी Swati Tiwari बहीखाता (शब्दांकन उपस्तिथि) कहानी: 'वो जो भी है, मुझे पसंद है' कहानी: उत्तराधिकारी ‘सवाल आज …