कहानी वो जो भी है, मुझे पसंद है - स्वाति तिवारी "कब आ रही हैं आप?" "परसों रात की फ्लाइट है... अच्छा मैं तुम्हें…
कैलाश वाजपेयी हिन्दी के उन विरल कवियों में है जो कविता को बुद्धि विलास के लिए नहीं रचते थे वरन जीने के लिए रचते है - गिरीश पंकज कैलाश वाजपे…
कैलाश वाजपेयी एक मनमौजी साहित्यकार थे कमल किशोर गोयनका कैलाश वाजपेयी मुझ से थोड़े ही बड़े थे, लेकिन कविता में निरंतर 50 वर्षो की उनकी सा…
साहित्यकार कैलाश वाजपेयी का निधन जाने-माने साहित्यकार कैलाश वाजपेयी का हृदयगति रुकने के कारण निधन हो गया है। उन्हें साहित्य अकादमी सहित कई…
जातिवाद: ब्राह्मणवाद की उपज ... अरुण माहेश्वरी अर्चना वर्मा जी ने अपनी फेसबुक की वाल पर ‘ब्राह्मणवाद’ शीर्षक से सात पोस्ट लगाई है। इसमें उ…
ये साहित्य वाले बड़े पहुँचे हुए पीर होते हैं — सामने लाख गले लगायें अपने साथ वालों को, पीठ पीछे अमूमन उतारेंगे ही उनकी... इंदिरा दाँगी (कहानी -…
हर अगला कदम उठाने से पहले यह सुनिश्चित करना कि वह किसी जीवित या मृत शरीर पर न पड़े - मेरी स्मृति पटल पर किसी हॉरर फिल्म की तरह अंकित है - विभू…