बैजू बावरा ग्यारहवीं सदी के भारत के एक महत्वपूर्ण व्यापारिक शहर चंदेरी को आजकल लोग उसके मशहूर सिल्क के कपड़ों की वजह से जानते हैं, ह…
सचिन गर्ग ने तीन साल के अंतराल के बाद पुस्तकों की श्रृंखला के साथ वापसी की जाने-माने लेखक सचिन गर्ग की पांचवी पुस्तक "वी नीड ए रिवो…
कविता के बाद कहानी पर नजर - अनंत विजय अनंत विजय, नामवर सिंह की बात करते हुए बताते हैं कि नामवर जी ने एक बार कहा था – "हिंदी में अ…
चर्चित कहानी 'एक प्लेट सैलाब' - मन्नू भण्डारी मन्नू भंडारी की कहानियाँ, मन्नू भंडारी की रचनाएँ, मनु भंडारी की कहानी, मन्नू भंडा…
हिंदी के ‘छद्म’ पुरस्कार - अनंत विजय हिंदी के लेखकों को पद्म पुरस्कार तो कम मिलता है लेकिन यहां थोक के भाव से छद्म पुरस्कार बांटे जा…
सदियाँ लगी हैं भारत के इस गंगा-जमुनी परिधान को बुनने में। — शाम अपने एक अज़ीज़ दोस्त के साथ था। वह ऐसा यार है कि ना उसने कभी मुझे हिं…
DID ANUPAM KHER APPLY FOR VIZA अनुपम खेर भी कमाल हैं, वीजा का आवेदन ही दाखिल नहीं किया और कहते हैं खारिज हो गया! ये अनुपम खेर भी कमाल हैं, वीजा का आ…
मंसूर - अमित मिश्र जरा-सा सिर आगे कीजिए, बस-बस, इतना ही। तो किस क्लास में पहुँच गए जनाब? हर शहर-देहात की तरह हमारे कस्बे में भ…