पंखुरी सिन्हा की कवितायेँ | Pankhuri Sinha Ki Kavitayen
6 लघु प्रेम कथाएं — गौरव सक्सेना 'अदीब' | #लप्रेक
जयश्री रॉय की कहानी — इक्क टका तेरी चाकरी वे माहिया...
व्यंग्य ―  स्वार्थ के बवंडर तले राजधानी ―  डॉ अनिता यादव
दलित राजनीति के अलावा भी 'काला' को देखने के संदर्भ हैं — प्रकाश के रे | #Kaala
उषाकिरण खान — मैथिली कथा — 'नींबू का स्वाद' | #Kahani #Shabdankan