गोरिल्ला प्यार - गीताश्री चटाक् ... इंद्र ने चांटा तो नहीं मारा, लेकिन जो किया, वह किस चांटें से कम है। इंद्र औचक उसे चाटा मारकर चला गय…
गीताश्री बहीखाता (शब्दांकन उपस्तिथि) कहानी: डायरी, आकाश और चिड़ियां [नवीनतम] कहानी: गोरिल्ला प्यार कहानी: एक रात जिंदगी कथाकार…
तमंचे की नोक पर स्त्री लेखन और हाशिए उलांघती औरत - गीताश्री समय बदला, तकनीक बदली, दुनिया की शक्लो सूरत बदल गई, रहन सहन बदल गए, जीवन शैली बदल …
28-29 मार्च 2014 को स्कूल आॅफ इंटरनेशनल, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल आॅफ इंटरनेशनल स्टडीज के कमेटी रूम नं 203 में ‘हाशिये उलांघती औरत’ के…
ऐसा तो नहीं कि मर्दवादी मानसिकता से लड़ते लड़ते हम खुद उसके शिकार हो गए हैं पहले लड़कियों की ड्रेस को लेकर, फिर उसकी देह को लेकर और अब उसके लेखन…
जब वे दुनिया से विदा हुईं तो खिलाड़ी बाबू वर्ल्ड टूर थे। आ नहीं पाए। जब छुट्टी में आए तो उनका दहाड़ मार कर रोना गांव कई दिन तक याद करता रहा। दुलार…
आलोचना या नैतिक पहरेदारी सौरभ शेखर Sexually progressive cultures gave us literature, philosophy, civilization, and the rest, while sexually…