Sudha Om Dhingra's Conversation with Devi Nangrani ग़ज़ल अब हमारी तहज़ीब की आबरू बन गई है - देवी नागरानी दर्द नहीं दामन में जिनके ख़ाक वो जी…
तीन ग़ज़लें- एक बह्र प्राण शर्मा 1 कानों में रस सा घोलती रहती हैं बेटियाँ मुरली की तान जैसी सुरीली हैं बेटियाँ क्योंकर न उनको सीन…
गुलज़ार की बातें करें... आइये यतीन्द्र मिश्र की बातें सुनें मीलों से दिन छोड़ आए सालों सी रात ले के चले यतीन्द्र मिश्र बहुत ख़ूबसूरत है हर…
जगजीत एक बोछार था वो ... गुलज़ार एक बोछार था वो शख्स, …
वाणी न्यास की स्थापना वाणी प्रकाशन 26 जुलाई, 2014, इंडिया इंटरनेशनल सेंटर, नयी दिल्ली। वाणी न्यास की स्थापना तथा वाणी प्रकाशन की 50 वीं …
कुछ तो जानें , कुछ तो मानें अपनी उस नादानी को कैसे खोया हम ने अपने घर के दाना - पानी को अपने को पहचान न पाये ,…
वो भूली दास्तां ... एक रात हुआ कुछ ऐसा - कि मेरे बिस्तर पर लेटते ही और नींद के आने से पहले, एक नज़्म उतर आई, मेरी इन बंद आँखों में। पहले कुछ …
सोनरूपा विशाल एम.ए (संगीत), एम.ए (हिंदी), पी .एच . डी आई सी सी आर एवं इंडियन वर्ल्ड कत्चरल फोरम (नयी दिल्ली ) द्वारा गजल गायन हेतु अधिकृत बद…