भीष्म साहनी, अकथ्य संवेदना का स्वामी लेखक। वाङ्चू — भीष्म साहनी छप्पर के नीचे लेटा तो उसे सहसा ही भारत की याद सताने ल…
Jamnalal Bajaj, had learned from Mahatma Gandhi. — Rahul Bajaj Before you go ahead and read this news, I'd like to tell you two incid…
शराब की कुछ घूंट गले के नीचे उतर जाने दो मीना कुमारी ने हिन्दी सिनेमा में जिस मुकाम को हासिल किया वो आज भी अस्पर्शनीय…
हिंदी में देवदत्त पटनायक...सबतक पहुंचाना बहुत जरूरी है पुराण शास्त्र का मतलब वह नहीं है जो हमें 19वीं सदी की अंग्रेज राजशाही और उनके शिक्षातंत…
HC junks plea on Akademi awards पुरस्कार वापसी याचिका दिल्ली उच्च न्यायालय से ख़ारिज के. श्रीनिवासन राव, सचिव, साहित्य अकादमी (फ़ोटो: भरत…
तार्किकता की आवश्यकता अमित मिश्रा हमारे दक्षिणपंथी दोस्तों की तार्किकता की झोली खाली है। वह सिर्फ ‘ ऐसा तो होता आया है ’ या ‘ यही प…
‘हे ईश्वर, इन्हें क्षमा करना - ये नहीं जानते ये क्या कर रहे हैं।’ - प्रभु यीशु (बचपन से समूचा विश्व इस पंक्ति को पढ़ रहा है, किन्तु पालन को…
अविनाश की अनारकली भागने वालों की राजधानी मुंबई नहीं भागती है। दिल्ली भागती है। भागने का डिस्कोर्स और लोकेशन बदल जाता है। राजनीतिक रूप से य…