निहाल पराशर मूल निवासी : पटना काम-काज : दिल्ली में पिछले पाँच वर्ष से रंग-मंच से अभिनेता एवं लेखक की तरह जुड़ा हुआ हूँ| कविता और कहानी लिखना …
जब ढ़ह रही हों आस्थाएं जब भटक रहे हों रास्ता तो इस संसार में एक स्त्री पर कीजिए विश्वास वह बताएगी सबसे छिपाकर रखा गया अनुभव अपने अंधे…
ब्रिटेन में बसने के बाद हिन्दी भाषा और साहित्य के प्रति बहुत से कार्य करने का अवसर मिलता रहा है। किन्तु हाल ही का अनुभव एक मामले में अनूठा रहा जह…
मां ने बेटे की आंखों में अथाह दर्द को तैरते देखा ... और वह सहसा काल में तब्दील हो गई। उसके स्तनों से दूध के बजाय मौत की धारा फ़ूट पड़ी..…
- - - १ - - - गागर से सागर छलकाऊं छोटी सी एक बात बताऊँ।। ये पंछी क्या कुछ कहते है, जब सूरज पश्चिम जाता है, कहते है अब घर चलना है,…
१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा कॉ…
देश क्या छोड़ा तड़ी पार हो गए ...सुधा ओम ढींगरा सुधा जी, भारत में आपने मुख्य रूप से पत्रकार के रूप में काम किया, जबकि अमेरिका में साहित्यक…
1. गोरी गोरी बईयाँ- भजन 2. मोरी बिनती मानो कान्हा रे- भजन 3. मन की मन- ग़ज़ल 4. चेतना है तो चेत ले- भजन 5. बांगा व…