मदारी का मायाजाल - प्रेम भारद्वाज
कहानी : सफ़ेद चादर - अनिल प्रभा कुमार
मनोज कचंगल की कुछ कविताएँ
मनोज कचंगल की कला : कुमार अनुपम
विरोध तो हिंदुत्व के राजनैतिक षड्यंत्र से है - अशोक गुप्ता
काश कि पहले लिखी जातीं ये कविताएं - प्रियदर्शन