'हंस' कथा कार्यशाला 2014 'Hans' Story Workshop
गरीबी रेखा या रोटी रेखा - अशोक चक्रधर | Choun re Champoo - Ashok Chakradhar
तो अब मौसम है बजटियाना! - क़मर वहीद नक़वी/ Qamar Waheed Naqvi on upcoming
Budget of Modi
नीलोत्पल की कवितायेँ | Poems : Neelotpal
तीन ग़ज़लें और कई ख़याल  - प्राण शर्मा | Three Ghazals of Pran Sharma