ये सच तो सभी जानते हैं कि अपनी पहली किताब हर कवि/लेखक को बेहद प्रिय होती है. अपने पहले कविता संग्रह ‘संतरंगी मन’ में मैंने जीवन के कई-कई …
क्या हम ऐसे बुज़दिल इंडिया में रहेंगे — रवीश कुमार प्रसून को इस्तीफ़ा देना पड़ा है। अभिसार को छुट्टी पर भेजा गया है। आप को एक दर्शक…
Suman Keshari सुमन केशरी के आगामी कविता संकलन 'लोहे के पुतले' से कुछ कवितायेँ जबसे दास्तान-गो महमूद फ़ारूक़ी से “दास्तान ए …
जब दिग्गजों को छोड़कर, रवींद्र कालिया ने तय किया तो कॉफी हाउस में हलचल मच गई गुजरे जमाने का शहर — ममता कालिया पत्नी के साथ अमरकांत …
उन्हें विश्वास है कि दिल्ली में रहता हूँ इसलिए कवि हूँ कविता का कुलीनतंत्र (5) — उमाशंकर सिंह परमार जब तक कवि अपनी जमीन में नहीं खड़ा …