ऐसे तो शहर में कई दोस्त थे पर उसका हर किसी से घुलने मिलने का मन नहीं करता था और रोज़ रोज़ कब तक साथ के लिए भागो, अपने अकेलेपन से तो अकेले ही ल…
आगे पढ़ें »इरा का पहला कहानी संग्रह इरा टाक की कहानियां आदि आप शब्दांकन पर पढ़ते रहे हैं और आज यह ख़बर आप सबसे साझा किये जाने पर ख़ुश ह…
आगे पढ़ें »श्रीनगर (गढ़वाल ) में अलखनंदा नदी के ऊपर बना पुल जो लक्षमण झूले जैसा लगता है (फ़ोटो: इरा टाक) इरा टाक का रोचक यात्रा वृत्तांत Era Tak ka…
आगे पढ़ें »बरसात / Barsat इरा टाक / Era Tak — कब तक एक ही बात को लेकर बैठी रहोगी ? कितनी बार माफ़ी मांग तो चुका हूँ। अब बिना बात ही अपना और मेरा…
आगे पढ़ें »Flirting Mania 'फ्लॉर्टिंग मेनिया' वास्तविक रिश्तों पर भारी पड़ते आभासी रिश्तों की कहानी 'फ्लॉर्टिंग मेनिया', कोई ढेड़ स…
आगे पढ़ें »कुछ पन्ने इश्क़ . . . - इरा टाक 18 -मार्च 9pm कल दोपहर में उससे कॉफ़ी हाउस मिलने गयी थी । पहली मुलाकात थी ! पिछले कई दिनों से…
आगे पढ़ें »खुद से दूर जाना कुछ न करते हुए बैठे रहना घंटों तक सिर्फ शोर सुनते हुए लहरों का भूल जाना अच्छी बुरी हर याद को बहा देना नमकीन पानी में…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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