बैंगनी फूलों वाला पेड़ ~ स्वाति तिवारी चाणक्यपुरी वाला हमारा सरकारी बंगला, जहां दिल्ली, दिल्ली है ऐसा कम ही लगता। साफ-सुथरा वीआईपी एरिया। इ…
तीन प्रेम कवितायेँ राखी सुरेन्द्र कनकने मुंबई में रहने वाली राखी सुरेन्द्र कनकने का जन्म सन् 1982 को मध्य प्रदेश में स्थित जबलपुर मे ह…
खुद से दूर जाना कुछ न करते हुए बैठे रहना घंटों तक सिर्फ शोर सुनते हुए लहरों का भूल जाना अच्छी बुरी हर याद को बहा देना नमकीन पानी में…
अनजाने पते प्रज्ञा पाण्डेय कहीं दीप जले कहीं दिल। ---- ज़रा देख ले आके ओ परवाने , तेरी कौन सी है मंजिल ' गीत का अर्थ समझते घर पहुंचते-पहुंचत…
नहीं चाहिए अब तुम्हारे झूठे आश्वासन मेरे घर के आँगन में फूल नहीं खिला सकते चाँद नहीं उगा सकते मेरे घर की दीवार की ईंट भी नहीं बन सकते अब …
चोका - 1 तुम्हारी याद की ओस में भीगी मैं या बादलों का पसीना भिगो गया रही मैं प्यासी तू बन जा नदिया हुई मैं रेत तेरा दिल फिसला हूँ हवा न…
दिव्या शुक्ला जन्मस्थान: प्रतापगढ़ निवास: लखनऊ रूचि: मन के भावो को पन्नो पर उतारना कुछ पढना ,कभी लिखना सामाजिक कार्यों में योगदान अपनी …
झूठी कहानी लिखना, मेरे वश की बात नहीं है । क्योंकि झूठी कहानी लिखने वाले को, सच का गला घोंट कर मारना पड़ता है । वैसे सच कभी नहीं मरता । सच …