आवरण के छायाकार भरत तिवारी वर्तमान साहित्य साहित्य, कला और सोच की पत्रिका सदस्यता प्रपत्र डाउनलोड करें वर्ष 32 अंक 3 मार्च, 2015 सलाहक…
यह अक्सर देखा गया है कि हिंदी में कोई एक कहानी किसी लेखक के साथ कुछ इस तरह बावस्ता हो जाती है कि जहां कहीं भी उस लेखक की चर्चा होती है वही एक कहानी …
वर्तमान साहित्य साहित्य, कला और सोच की पत्रिका सदस्यता प्रपत्र डाउनलोड करें वर्ष 32 अंक 2 फरवरी, 2015 सलाहकार संपादक: रवीन्द्र क…
समय से बात -८ मृत्यु , हत्या और आत्महत्या भी कई तरह की होती है ... राजेंद्र यादव के अवसान पर कृष्ण बिहारी राजेंद्र यादव की हत्या हुई है - …
यथार्थवाद और नवजागरण : व्यक्ति की महानता की त्रसद परिणति-कथा - अमिताभ राय चंद्रधर शर्मा गुलेरी के अनुसार उनके समकालीन दो प्रकार की र…
समय से बात "निकट" ने 22 जून 2013 को अपने सात वर्ष पूरे किए. पत्रिका को बहुत स्नेह मिला. बहुत आलोचना हुई. राजेन्द्र यादव ने 'हं…
मित्र ! आपके इस लेख पर आने और इसे पढ़ना शुरू करने के कुछ कारण जो मुझे लगते हैं वो... कि आप को - १) हिंदी साहित्य से लगाव है , २) कृष्ण बिहारी जी क…