डाक्टर नर्स जा चुके हैं। लड़की अब रोने लगी है। ऊपर झुकी दाई के गले में हाथ डालने की कोशिश करते हुए अस्फुट स्वर में बुदबुदाती है— बचाई लेव अम्मा…
रघुवंशमणि का पैना व्यंग्य ! राष्ट्रधर्म -रघुवंशमणि (राज)नीति कथाएं …
यह लेख किसी मोदी-विरोधी ने नहीं लिखा है — ओम थानवी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धारा के पत्रकार माने जाने वाले हरिशंकर व्यास ने…
कविता तब बहुत आत्मीय हो जाती जब उसे पढ़ते वक़्त लगे कि जिस काल में कविता है उसी काल में, कवि के आसपास ही कहीं इत्मिनान से बैठ, कवि को वह रचते देख…
एक तरफ हमें अपनी मर्जी से साथ घूम रहे प्रेमी जोड़ों को देखकर शर्म आती है दूसरी तरफ हमारे ही समाज का एक तबका 50-100 रुपये में रेप की विडियो खरीद…
गीताश्री कहानियों के सेफ जोन से परिचित होते हुए भी बार-बार रिस्क लेती हैं। कहानियों में बोल्ड विषय लेने के आरोप उन पर निराधार है। वह बात को क…
The Second Jaipur Literature Festival 2017 10@10 The wait for the 2nd list of speakers, coming at the JLF 2017 is over. Anne Wald…
ट्रिपल तलाक़ के मुद्दे पर भारत में जिस तरह की दुविधा का माहौल है, जिस तरह अधिकतर लोगों ने 'नेताओं वाली चुप्पी' ओढ़ी हुई है, उसे समझना कम से क…
टीआरपी संविधान के ब्योरों से कहीं अधिक माने रखती है... Brazenness with which Raj has proven that he is an extra-constitutional Sarkar Raj (o…
इंडिया टुडे के करण थापर ही एकमात्र एेसे पत्रकार थे, जिन्होंने सवाल उठाया कि कैसे चार गैर-सैनिक ब्रिगेड मुख्यालय की सारी सुरक्षा को चकमा दे…