क्या मैं भी पिछले कुछ दिनों से अपने बारे में चर्चा सुन रहा हूँ । आस पास के लोगों का मज़ाक़ भी बढ़ गया है । क्या तुम भी 'आप' हो रहे हो ।…
समय से बात -८ मृत्यु , हत्या और आत्महत्या भी कई तरह की होती है ... राजेंद्र यादव के अवसान पर कृष्ण बिहारी राजेंद्र यादव की हत्या हुई है - …
आखिर कब तक ? मनमोहन कसाना मैं तब लगभग सात साल का था। एक मासूम बालक जो सिर्फ स्कूल से आकर मां की गोद में दुबक कर बैठता और फिर मास्टर का दिया …
क्या कोई फ़लक पर चाँद रखने आ रहा है? गुलज़ार दियारे शब में क्या कोई फ़लक पर चाँद रखने आ रहा है ? किसी आशिक़ के आने की ख़बर है ? या को…
दस्तख़त शीरीं-फ़रहाद, लैला-मजनू, जसमा-ओडन, देवदास-पारो आदि, त्याग, मृत्यु और समर्पण की लोमहर्षक कृतिया…
१३ जून १९३७ को वजीराबाद में जन्में, श्री प्राण शर्मा ब्रिटेन मे बसे भारतीय मूल के हिंदी लेखक है। दिल्ली विश्वविद्यालय से एम ए बी एड प्राण शर्मा क…
कवितायेँ: मीना चोपड़ा आनन्द मठ हाथों की वो छुअन और गरमाहटें बन्द है मुट्ठी में अब तक ज्योतिर्मय हो चली हैं…
अठन्नी - लीना मल्होत्रा रॉव आत्ममुग्ध सदस्यों वाला वह हमारे सामने का घर था। ९० डिग्री पर लम्बवत। दरवाज़े उन दिनों खुले ही रहते थे, आते जाते उनके…