बैंगनी फूलों वाला पेड़ ~ स्वाति तिवारी चाणक्यपुरी वाला हमारा सरकारी बंगला, जहां दिल्ली, दिल्ली है ऐसा कम ही लगता। साफ-सुथरा वीआईपी एरिया। इ…
आइए, कहानी-कविता चुराएं ~ अशोक मिश्र अशोक मिश्र पिछले 23-24 वर्षों व्यंग्य लिख रहे हैं। कई छोटी-बड़ी पत्र-पत्रिकाओं में खूब लिखा। …
ईद मिलन पर भारत-पाक मिलन का संदेश ~ बजरंगी भाईजान फिल्म समीक्षा निर्देशक - कबीर खान कलाकार - सलमान खान, करीना कपूर खान, हर्षाली म…
मुईन अहसान 'जज़्बी' ~ असग़र वजाहत की यादें मुईन अहसान 'जज़्बी' उर्दू के मशहूर आधुनिक शायरों में थे. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद…
चार ग़ज़लें ~ प्राण शर्मा खामियाँ सबकी गिनाना दोस्तो आसान है / खामियाँ अपने गिनाना दोस्तो आसां नहीं परखचे अपने उड़ाना दोस्तो आसां …
सोच रहा था कि आज ईद के मुबारक अवसर पर बधाई किस तरह दूं। बहुत सारे विकल्प ज़ेहन में आ रहे थे मगर दिल नहीं राज़ी हो रहा था। एक ख्याल जो सब के ऊपर भा…
अमरीका ~ तस्लीमा नसरीन कब शर्म तुम्हें आएगी अमरीका ? कब समझ तुम्हें आएगी अमरीका ? कब रोकोगे तुम ये अपना आतंकवाद अमरीका? कब जीने …