वरिष्ठ साहित्यकार चित्रा मुद्गल जी की शब्दांकन से हुई बातचीत का हिस्सा ... प्रतिरोध की ताक़त कलम ~ चित्रा मुद्गल असहिष्णुता और असह…
अथ चालू पुरस्कार प्रकरण - दिविक रमेश वे लेखक सबसे खतरनाक हैं जो न इधर बोल रहे हैं न उधर, बस मौन हैं पर पूछता हूं कि उनसे समझदार कौन …
मीडिया तुम्हे शर्म नहीं आयी ! - भरत तिवारी मीडिया ! तुमनेे सुर्खियाँ बटोरने वाली हेडलाइन लिखी है मीडिया तुम्हे शर्म नहीं आयी? अस्सी…
क्या हम साहित्य अकादमी को कमज़ोर बना रहे हैं मृदुला गर्ग मैं वह दुविधा अपने साथी लेखकों से साझा करना चाहती हूँ, जिसने मुझे परेशान कर दिया ह…
जो विरोध करना चाहते हैं उनके अपने-अपने तरीके होते हैं - भरत तिवारी जो विरोध करना चाहते हैं उनके अपने-अपने तरीके होते हैं। यह भी देखना होता …
पद्म श्री व साहित्य अकादमी पुरस्कार सम्मानित प्रसिद्घ लेखिका और उपन्यासकार शशि देशपांडे ने साहित्य अकादमी की जनरल काउंसिल से इस्तीफा दे दिया है…
सम्मान लौटा देना मोदी - भाजापा विरोध का मानक या आधार न माना जाए - असग़र वजाहत हिंदी और अंग्रेजी के तीन महत्वपूर्ण लेखकों ने साहित्य अका…
साहित्य अकादेमी 'साहित्योत्सव' 2015 Sahitya Akademi: FESTIVAL OF LETTERS 2015 9-14 मार्च, 2015 --------------------------------…