अट नहीं रही है अट नहीं रही है आभा फागुन की तन सट नहीं रही है। कहीं साँस लेते हो, घर-घर भर देते हो, उड़ने को न…
अनामिका की कवितायेँ Poems of Anamika बोलियां नागरी प्रचारणी सभाभवन के पीछे की गलियों में खेसारी के दाल की कचरियां बेच…
स्मिता सिन्हा की कवितायेँ आदत आकाश के आमंत्रण पर अब भी घिर आते हैं काले काले बादल और बरसती हैं बूंदें उ…
मुक्तिबोध जन्मशती के शुभारंभ पर रज़ा फ़ाउण्डेशन और कृष्णा सोबती-शिवनाथ द्वारा आयोजित ‘युवा-2016’ #Yuva2016 Day 2 , November 16, 2016 …
मुक्तिबोध जन्मशती के शुभारंभ पर रज़ा फ़ाउण्डेशन और कृष्णा सोबती-शिवनाथ द्वारा आयोजित ‘युवा-2016’ #Yuva2016 Day 1, November 15, 2016 …
30 शहरों से युवा लेखक युवा-2016 15-16 नवंबर 2016 को मुक्तिबोध जन्मशती के शुभारंभ पर रज़ा फ़ाउण्डेशन और कृष्णा सोबती-श…
कविता तब बहुत आत्मीय हो जाती जब उसे पढ़ते वक़्त लगे कि जिस काल में कविता है उसी काल में, कवि के आसपास ही कहीं इत्मिनान से बैठ, कवि को वह रचते देख…
Once our jury chooses the poems, the sender will be invited to recite the poem and its translation during the ILF Samanvay festival in Novemb…
Kavita - Akhileshwar Pandey हम किस खबर की प्रतीक्षा में हैं...? अब कोई भी खबर रोमांचित नहीं करती बड़ी नहीं लगती उत्तेजना से परे बर्…
मं गलेश डबराल - कवितायेँ आसान शिकार मनुष्य की मेरी देह ताकत के लिए एक आसान शिकार है ताकत के सामने वह इतनी दुर्बल है और लाचा…
Pankaj Rag dilli shahar dar... Pankaj Rag (Photo: Bharat Tiwari) शहर दर शहर - पंकज राग खुश हो लें कि आप दिल्ली में हैं खुश हो ल…