दिल्ली के इतिहास को अपने अलग तरीकों से खंगालने वाले वरिष्ठ स्तंभकार नलिन चौहान प्रस्तुत तथ्यपरक लेख में ग़ालिब के ख़त तक की पड़ताल कर रहे हैं…
निश्चित ही हरेक के पास पूरी आजादी है कि वह किस विचारधारा को अपनाए। लेकिन किसी को भी यह अधिकार नहीं कि अपनी विचारधारा को पोषित करने के लिए तथ…
DP Tripathi Dies, DP Tripathi, a big literary figure of politics, Senior NCP Leader Passes away हाल ही में हिंदी को वर्तमान राजनीति में उसक…
जेनयु हिंसा: नए दुश्मन तलाशती सर्वनाशी राजनीति — प्रताप भानु मेहता यह तिहरे अर्थ में सर्वनाशी है. मीडिया के सहयोग से गृह मंत्री के ब…
निदा फ़ाज़ली की शायरी से इतर — अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले गर्मी है. बच्चों की छुट्टी है. आज सूरज को दिल्ली को ४० डिग्री के ऊ…
ये कुर्सी हम नहीं छोड़ेंगे ... सर्वप्रिया सांगवान जो सरकार ख़ुद को ज़िम्मेदार मानती है, वही अपनी जनता को गंभीरता से लेती है उसी ज…
Mahatma Gandhi talking to a delegation of Rashtriya Sevak Sangh RSS; 1944; Pyarelal Nayar - 1944 | Photo credit: www.alamy.com भारत-पा…
"मेरी दाढ़ी और मेरा मुल्क" के बहाने, विश्व स्तर पर भारत की पहचान और डॉ सच्चिदानंद जोशी मुझे याद आ गया 1984 का साल। उन दिनों भी मैं …
समीक्षा और 'क्वायर’ का शोक गीत | उमा शंकर चौधरी के उपन्यास ‘अंधेरा कोना’ पर वंदना राग लेकिन आज का सच क्या है? इस प्रचलित लोकतंत्…