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राम-रहमान के लिए तो छोड़ दो मंदिर-मस्जिद। ले आओ शांति — कल्पेश याग्निक
मुझे सरकार से सिर्फ बिजली और पानी चाहिए | #ब्लॉगामित #BlogAmit I only want electricity and water from government
सत्ता की साहित्य से अनबन रहती है — राजेश मल्ल | Politics & Literature — Rajesh Mall
 वोट का बाज़ार है यहाँ — Maitreyi Pushpa | मैत्रेयी पुष्पा
मनोज तिवारीजी क्या बीजेपी के कार्यकर्ता लेबोरेट्री के चूहे हैं ?— सुजाता मिश्रा
मोदीजी की वृहत विजय और मृणाल पाण्डे का पत्रकारिता फ़र्ज़
पूर्वांचल से निकलने में ही भलाई है!! — शेखर गुप्ता
यूपी में कमल की सुगबुगाहट - राजदीप सरदेसाई
दमनकारी सेंसरशिप लगाने में कोई सयानापन नहीं है — मृणाल पाण्डे #RamjasRow
जो बोले वो दलाल !!! — अभिसार शर्मा #Shabdankan @abhisar_sharma