रूसी हमारे प्रधानमंत्री के सम्मान में राष्ट्रगान पेश कर रहे थे, मोदी जन-गण-मन की धुन ही नहीं पहचान पाए और आगे चल पड़े। उन्हें बांह पकड़ कर रोका गया…
'शब्द साधक शिखर सम्मान' वरिष्ठ कथाकार मन्नू भंडारी को दिया जाएगा इंडिपेंडेंट मीडिया इनीशिएटिव सोसायटी | पाखी हिंदी साहित्य का …
नए कबीर की खोज में - डॉ॰ रमा description सच कहूँ तो यह उपन्यास मेरे पास समीक्षा के उद्देश्य से आया ही नहीं था। किसी ने यह कहकर कर प…
अल्पना मिश्र, वंदना राग, मनीषा कुलश्रेष्ठ, शरद सिहं और इंदिरा दागीं बेहतर लिख रही हैं - चित्रा मुद्गल चित्रा मुद्गल जी का ‘सामयिक सरस्वत…
कितना आसान होता है - किसी कहानी को दौड़ते-हुए पढ़ जाना और फिर उसे खारिज़ या बहुत-अच्छी-कहानी कह देना. वादा कीजिये - कहानी को भागते-भूगते नहीं पढ़ेंग…
साहित्य में अश्लीलता - अनंत विजय साहित्य में भाषा का सवाल गाहे बगाहे उठता रहा है । जब भी कोई ऐसी कृति आती है जिसमें भाषा की स्थापित म…
डियर पापा ~ आकांक्षा पारे पापा जी एक बड़ा वाला किस्सू आपके लिए। आप सोच रहे होंगे मैं इतना बड़ा हो गया हूं फिर भी आपको किस्सू कर र…