कवितायेँ ... अरुण आदित्य संदर्भ एक दिन सपने में जब नानी के किस्सों में भ्रमण कर रहा था मैं गंगा घाट की सीढ़ियों पर मिला एक दोना …
अपमान – अपराध – प्रार्थना - चुप्पी... रानियों के पास सारे सच थे पर जुबां बंद। पलकें भीगीं। सांसें भारी। मन बेदम। रानियों की कहानी किसी दिन एक…
कवितायेँ नीलम मलकानिया रेडियो के विदेश प्रसारण प्रभाग में कार्यरत जापान में रह रहीं नीलम मलकानिया रेडियो जापान की हिन्दी सेवा में कार्यरत ह…
खुद से दूर जाना कुछ न करते हुए बैठे रहना घंटों तक सिर्फ शोर सुनते हुए लहरों का भूल जाना अच्छी बुरी हर याद को बहा देना नमकीन पानी में…
समय को समझने की कुछ और कोशिशें प्रियदर्शन की कवितायेँ एक समय वह अदृश्य झरना है जो हमारे आंसुओं से बनता है बेआवाज वह अनुपस्थिति …
दिनेश कुमार शुक्ल की तीन कवितायें खिलखिलाहट .................................... 1 तुम से बात करना अब और कठिन तुम्हार…
उस रोज़ नरेश सक्सेना जी का जन्मदिन था, नरेश जी बेहतरीन कवि... संयोग से 16 जनवरी 2014 की उस शाम मैं भी लखनऊ में था, उनके साथ था. और फिर उन्होंने…
स्पर्श के गुलमोहर लाँघना मुश्किल अपने चित्रों एवं फिल्मों के लिए विख्यात संगीता गुप्ता के पास निश्चय ही असीम का वरदान है, वे चित्रकार होने…
साहित्य अकादमी ने हाल ही में " भाषांतर अनुभव " नामक कार्यक्रम की एक नई श्रृंखला शुरू की है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत, प्रख्यात भारतीय कवि …
कवितायेँ: स्वप्निल श्रीवास्तव ♒ बांसुरी मैं बांस का टुकड़ा था तुमने यातना देकर मुझे बांसुरी बनाया मैं तुम्हारे आनंद के लिये बजता रहा फ…
आचार्य विश्वनाथ पाठक का स्वर्गवासी होना पालि प्राकृत और संस्कृत अवधी भाषा के लिए अपूरणीय क्षति है सर्वमंगला के प्रणेता, साहित्य अकादमी पुरस्का…
संवाद आलोचना के जोखिम नामवर सिंह से कवि केदारनाथ सिंह की बातचीत Risks of Criticism Namvar Singh in Conversation with Poet Kedarnath S…